बुंदेलखण्ड प्रवेश द्वार कालपी के वीरांगना लक्ष्मीबाई पार्क की व्यवस्थाएं अस्त व्यस्त लोगों में आक्रोश
कालपी (जालौन) जनपद जालौन स्थित बुंदेलखण्ड की ऐतिहासिक, पौराणिक व धार्मिक नगरी कालपी के प्रवेश द्वार पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष महोदया के विशेष प्रयास से बना वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पार्क समय पर देख रेख ना होने पर अव्यवस्थाओं से पटा दिखाई दे रहा है जिसको लेकर लोग नगर पालिका पर खासी नाराजगी जताते हुए सवाल उठाते दिखाई दे रहे हैं। इन अव्यवस्थाओं में प्रमुख रूप से हमाओ बुंदेलखंड हमाई शान लिखा बोर्ड खुद ही रोशनी को मोहताज दिखाई दे रहा है, पार्क की बाउंड्री वॉल बांस के टट्टर और कटीले झक्करों से ढक दी गयी है, पार्क के दूसरे हिस्से में बाउंड्री वॉल पर लगे लगभग तीन दर्जन शो लैंपों में एक दर्जन ही रोशनी दे पा रही हैं वहीं कुछ के तो होल्डर और लट्टू ही गायब हैं, वहीं वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा के ठीक नीचे लगे फब्बारे शायद कागजोँ में चलते दिखाई दे रहे होंगे धरातल पर तो गंदगी के साथ-साथ वहाँ लगे टाइल्स भी बुरी तरह उखड़े पड़े हैं, तीन चार माह पूर्व आई आंधी में पार्क के अंदर लगा पेड़ धराशाही हो गया था जिसके अवशेष आज भी पार्क के अंदर देखे जा सकते हैं, पार्क के बीचों बीच लगा राष्ट्रीय ध्वज स्तम्भ भी राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान दिलाने की वाट जोह रहा है हालांकि पार्क के चारों ओर नगर पालिका परिषद की मुहर लगे आवारा जानवरों की मार खाये पिचके पिचकाये कूड़ादान व बरसात के मौसम में हरे भरे पौधे अपनी जिम्मेदारियाँ निभाते दिखाई दे रहे हैं साथ ही वहाँ तैनात केयर टेकर को लोग कई दिनों से जलती मिसाल लेकर नगर के कोने कोने में ढूंढने में लगे हैं वहीं नगर पालिका अध्यक्ष का आज अपनी पालिका टीम के साथ औचक निरीक्षण चर्चा का विषय बना हुआ है अब देखना यह होगा कि पालिकाध्यक्ष के निरीक्षण के बाबजूद पार्क में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर क्या सुधार होता है या यूं ही यह पार्क लापरवाह कर्मचारियों की अनदेखी का शिकार होता रहेगा।