भाजपा की डबल इंजन की सरकार का इंजन हुआ फेल क्योंकि नगर पालिका उरई के कर्मचारी लगा रहे सरकार पर गंभीर आरोप
ब्यूरो रिपोर्ट उरई जनपद जालौन
बड़ा सवाल -1 :- पालिका में बजट का ना होना भी वर्तमान सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है की करोड़ों और अरबों रूपये का टैक्स जनता से वसूलने के बाद भी
सावल :-2 - अगर पालिका में बजट नहीं है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी बनती है यह आप लोग ही तय करिए
भाजपा का सभासद ही,भाजपा सरकार की सबका साथ सबका विकाश योजना की धज्जियाँ उड़ाने में लगा,,
सबका साथ सबका विकास योजना को सबका साथ सबका बहाना में तब्दील करने में जुटा - सभासद
जब बार्ड न 30 के एक निवासी ने सभासद को फोन करके कहा की हमें पता चला है की बजट करोड़ों में है तो सभासद आएं बाएं दाएं करने लगा,
और पहले इओ साहब नहीं थे,फिर कालपी वाले इओ साहब को चार्ज मिल गया, उसके बाद तुरंत इस 2मिनट 37सेकंड की रिकॉर्डिंग में नए इओ साहब आ गये,
और जो नये इओ साहब आये अब उनको भी दिक्क़त हैं,उनको उरई पालिका बबाल लगने लगी, ऐसा सभासद के द्वारा कहा गया
आईये आपको बताते है की पालिका बबाल क्यों लगती है क्योंकि पहले से पड़े हुये कार्य अभी तक अधूरे पड़े है!खबर प्रकाशित होने बाद जिला प्रशासन हरकत में आया जिसके एवंज में 25बें बोर्ड की बैठक में पास हुये कार्यों को लगभग पूर्ण कर लिये इसकी जानकारी 26बें बोर्ड की बैठक के बाद मीडिया को सूचना बिभाग के माध्यम से इसकी जानकारी दे दी गयी!
परन्तु बड़ा सवाल न 3 - यह खड़ा होता है की बोर्ड की बैठक में सुंदरीकरण के लिये करोड़ों रूपये बजट पास किया जाता है!क्या बोर्ड के अधिकारीयों का ये दायित्व नहीं बनता की शहर में जहां जहां लोगों मूलभूत सुबिधा नाली सड़क पानी लाइट इत्यादि से परेशान हैं उन स्थानों कों चिंन्हित करके पहले उनको दुरुस्त करने का कार्य किया जाये
बड़ा सवाल - 4 - क्या सुंदरीकरण ज्यादा जरुरी है या लोगों को वो मूलभूत सुविधा मिलनी चाहिए जिनसे वह कोसों दूर है
क्या कभी बार्डों की गलियों कैसी, है रास्ता कैसा है इस बारे में बोर्ड कभी चर्चा करता है चलिये कुछ देर के लिये मान लेते है की चर्चा हुई बजट भी पास हुआ अगर हुआ तो भी मुहल्लों में आधे से ज्यादा सड़के कच्ची पड़ी हैं और नालियाँ ना होने के कारण जलभराव की वजह से जनता बदहाल है! कुछ सड़कें जो बनायीं गयी उनका भी ठेकेदारों के द्वारा बंटाधार किया गया है और जनता विकाश से कोसों दूर है!
क्योंकि विकास शहर के मुख्य मार्गो कों छोड़ दे तो जहां नई बस्ती हैं कुछ जगहों पर सालों बीत गये अभी भी लोग कीचड़ से निकलने को मजबूर हैं
नगर पालिका में तो सिर्फ इओ साहब वेतन बांटने का काम करते हैं ऐसा अगर कोई सभासद कहे तो इससे बढ़कर शर्म की बात सरकार के लिए क्या होगी
बडा सवाल 5- नगर पालिका की कार्यशैली पर यह खड़ा होता है की क्या इओ साहब को सिर्फ वेतन बांटने के लिए रखा गया है
तो फिर जब पालिका के कर्मचारी काम ही नहीं कर रहे तो वेतन किस चीज का बाँट रहे इओ साहब ,,क्या बिना काम किये ही वेतन ले रहे नगरपालिका के कर्मचारी
उरई पालिका में बहाने बनाकर हो रहा सबका साथ सबका विकास चरम सीमा पर
यह हमारे देश का और हमारा दुर्भाग्य है कि सरकार चाहे जितने जतन कर ले परंतु भ्रष्ट नेताओं के द्वारा जनता के पैसे ,, का जनता कों ही लाभ नहीं मिलने देंगे ऐसी कसम खा रखी है
मैं आम जनता से यह कहना चाहता हुँ कि ऐसे भ्रष्ट और निकम्मे बहाने बाज लोगों कों वोट देकर अपना वोट कतई बर्बाद ना करें
किसी गरीब ईमानदार प्रत्याशी को जिताकर ही अपने क्षेत्र का विकास सुनिश्चित करें