30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से बेतवा नदी में बाढ़ की संभावनाओं को लेकर सतर्कता तेज
यमुना का जलस्तर दो दिनों से स्थिर
कालपी(जालौन)। रविवार को राजघाट के जलभराव क्षेत्र से 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने की वजह से बेतवा में बाढ़ की सम्भावनाएं बढ़ गई है। स्थानीय प्रशासन ने बेतवा नदी के तटवर्ती ग्रामों में बाढ़ से बचाव के लिए सतर्कता बढ़ा दी है, जबकि यमुना नदी का जलस्तर बीते दो दिनों से स्थिर बना हुआ है।
उपजिलाधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि राजघाट बांध के सहायक अभियंता के द्वारा जारी सूचना के अनुसार राजघाट बांध के जलभराव क्षेत्र में पानी अधिक होने के कारण बांध का निर्धारित लेवल बनाए रखने के लिए दिनांक 13-7-2025 की दोपहर 12 बजे लगभग 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इस सूचना के बाद बेतवा नदी के जलस्तर में बढोत्तरी होने तथा बाढ़ की संभावनाओं को लेकर तटवर्ती ग्रामों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस संबंध में नायब तहसीलदार कदौरा चंद्र मोहन शुक्ला ने बताया कि बेतवा नदी के तटवर्ती ग्रामों चतेला, हेमंतपुरा, क्योटरा, पथरेहटा, भेड़ी खुर्द, परासन, चंदरसी, कहटा, सुनहटा में राजस्व विभाग के द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं सिंचाई विभाग की अवर अभियंता धर्मघोष के मुताबिक राजघाट बांध से प्रथम चरण में पानी छोड़ा जा रहा है, उससे बेतवा नदी के जलस्तर में दो से तीन मीटर जलस्तर की वृद्धि हो सकती है। वहीं केंद्रीय जल आयोग के प्रभारी रुपेश कुमार ने बताया कि रविवार को यमुना नदी का जलस्तर 98.77 मीटर पर हैं जो पिछले दो दिनों से स्थिर बना हुआ है।