एडिटर इन चीफ रविकांत कुशवाहा
जनपद उरई जालौन
जालौन- सूबे के मुखिया के आदेशों को ठेंगा दिखाते प्रधान सचिव सहित जिले के आला अधिकारी की सख्ती के बाद भी विकासखंड के अधिकारी गोशालाओं में रखीं गायों की देखभाल में भारी लापरवाही बरत रहे है। जिले में बनाई गईं गोशालाओं में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए बेहतर इंतजाम नहीं हो सके हैं। कीचड़, गंदगी और अव्यवस्था के बीच गायें तड़प रही हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण शुक्रवार सुबह को ग्राम पंचायत ईंगुई खुर्द की गोशाला में देखने को मिला। जहां बदइंतजामी के चलते तीन गायों की ठंड से ठिठुर कर मर गयीं, जिसका वीडियो ग्रामीणों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया है। ग्रामीणों ने एक बार फिर ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए गौशाला में दिन-प्रतिदिन हो रही गायों की मौत का जिम्मेदार मानते हुए कटघरे में खड़ा कर दिया है। लगातार मीडिआ मे खबरें चलने के बावजूद आंख बंद करके कुंभकरण की निद्रा में सो रहे जिले के अधिकारी इससे यह बात तो साफ होती है की जो कागजों पर गोवंश के इंतजामों के लिए बजट आता है उसमें सभी का बंदर बांट होता है
विकासखंड कोंच के ग्राम पंचायत ईंगुई खुर्द के ग्रामीणों ने प्रधान व सचिव पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि लगातार बढ़ रही सर्दी और सर्दी से बचाव के इंतजाम नाकाफी होने के कारण ज्यादातर गौशाला में गायें बीमार पड़ रही हैं। उनका इलाज तक नहीं किया जा रहा है। जिससे गायें की दिन प्रतिदिन की मौत हो रही है।
फिलहाल गौशाला में इस कड़ाके की सर्दी में जमीन पर विछाने के लिए कुछ नहीं डाला गया। ऐसे में गोवंश ठिठुर कर दम तोड़ रहे हैं।
बता दें कि 2 दिन पूर्व में भी ग्रामीणों ने मृत गोवंशों के वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किए थे, वायरल वीडियो में खुले में पड़े मृत गोवंशों को कुत्ते नोंच-नोंच कर खाते हुए नज़र आ रहे है, यह उन जिम्मेदार अधिकारियों के लिए सवाल खड़े कर रहा है जो सिर्फ कागजों में गोवंश को बचाने का इंतजाम करते हैं। जिससे आज फिर गोशाला में तीन गोवंशीय पशुओं की मौत भी हो गयी है। बावजूद इसके गोशालाओं मे संरक्षित गोवंशीय पशुओं की तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है। वर्तमान में गोशालाओं में पशु सर्दी में जमीन पर पड़े ठिठुर रहे हैं।
बचाव के इंतजाम सिर्फ कागजों में अपनाए जा रहे हैं। जबकि जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय द्वारा गोवंशीय पशुओं के संरक्षण के लिए गोशालाओं में इंतजाम दुरुस्त रखने के निर्देश संबंधित ब्लॉक और पशु पालन विभाग के अधिकारियों को कई बार दिए जा चुके हैं,कि गोवंशीय पशु की ठंड से मौत नहीं होनी चाहिए , सभी को इंतजाम दुरुस्त रखने को कहा गया है। फिर भी सख्ती के बाद भी निचले स्तर पर अफसर काम नहीं कर रहे हैं, सिर्फ कागजों में बचाव के इंतजाम किए जा रहे हैं। यहां बता दें कि बीते दिनों डीएम ने बैठक में स्पष्ट कहा था कि सर्दी से गोशाला में रखे गए किसी गोवंशीय पशु की मौत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सर्दी से बचाने के लिए सभी जरूरी निर्देश भी दिये थे। लेकिन देखने में आ रहा है कि शासन-प्रशासन की सख्ती के बाद भी निचले स्तर पर अफसर काम नहीं कर रहे हैं, वे सिर्फ कागजों में गोवंशीय पशुओं को सर्दी से बचाने का काम कर रहे हैं,जो सर्दी से बचाव के लिए नाकाफी हैं।